करियर योजना पर प्रौद्योगिकी का प्रभाव



लोग करियर नियोजन पर तकनीक के प्रभाव को केवल उन लोगों तक सीमित करके देखते हैं जो इंटरनेट का इस्तेमाल केवल नौकरियों को खोजने के लिए करते हैं। हालांकि यह करियर नियोजन में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि टेक्नॉलजी कर्मचारियों के जीवन में केवल एक ही बदलाव लायी है। टेक्नॉलजी के क्षेत्र में प्रगति के कारण, कर्मचारी अब विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफार्मों और पोर्टलों के माध्यम से अपने कौशल-संग्रह का स्वयं-आकलन करने का बीड़ा उठा सकते हैं।

कर्मचारी जिनको विशेष क्षेत्रों में बेहतरीन प्रोफाइल बनाने की आवश्यकता है वे अब और स्पष्ट अनुमान लगा सकते हैं। इससे नियोक्ताओं पर उनकी निर्भरता कम हो जाती है और तात्कालिक पर्यवेक्षक प्रदर्शन की समीक्षा के रूप में उनके प्रदर्शन का फीडबैक लेते हैं। इन कर्मचारियों को परार्मश प्राप्त करने के लिए और अपने प्रश्नों के उत्तर के लिए परार्मशदाता या मानव संसाधन विभाग पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं पड़ती है।

प्रदर्शन की समीक्षा

व्यापक स्तर पर इंटरनेट द्वारा प्रदान की जाने वाली इन्टरकनेक्टिविटी के कारण ही यह सब संभव है और उसका उपयोग करके ये कर्मचारी नए कार्यक्रमों और पाठ्यक्रमों को सीखने के लिए साइन अप कर सकते हैं और इसके जरिए वे अपने रिज़्यूम में नई योग्यताएं जोड़ सकते हैं। इसके अतिरिक्त, कई संस्थाओं ने अपने अनुकूल समय के दौरान कर्मचारियों को उनकी दक्षता में सुधार के लिए ऑनलाइन मॉड्यूल के माध्यम से आंतरिक प्रशिक्षण देना शुरू कर दिया है।

कनेक्टिविटी लोगों को विभिन्न विभागों से जुड़ने में भी मदद करती है, जो समग्र दक्षता और समय का उपयोग बढ़ाती है। पहले की तरह डेस्क पर जाकर प्रश्न पूछने की पद्धति के विपरीत कर्मचारी अब आसानी से मेल और मेसेंजर पर अपने प्रश्नों के उत्तर पा सकते हैं। जब आप किसी परेशानी में होते हैं तो सिर्फ एक संरक्षक के बजाय अब ऐसे कई लोग हैं जो आपकी परेशानी को हल करने में सहायता कर सकते हैं।

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