डिजाइन सोच - डिफाइन स्टेज



अब हम अपने ग्राहकों की समस्याओं और उनके संदर्भों के बारे में जान चुके हैं। यह हमारी समस्या को परिभाषित करने और एक समस्या के ब्यौरे पर पहुंचने का समय होता। यह ब्यौरा हमें ग्राहक द्वारा उठाए गए मुद्दे की दिशा में आगे बढ़ने के लिए आवश्यक निर्देश देगा।

एक डिजाइन विचारक के रूप में हमें सभी बिंदुओं और जवाबों को कवर करने की जरूरत है जो हमें सहानुभूति जाहिर करने के चरण में मिलते हैं। यह वह जगह होती है जहां संश्लेषण की प्रक्रिया सामने आती है। हमें सभी उत्तरों को एक साथ मिलाना होगा और उन्हें एक सुसंगत ब्यौरे में परिवर्तित करना होगा

समस्या को परिभाषित करने की ओर पहला कदम यह जानना होता है कि, उपयोगकर्ता कौन है, उनकी ज़रूरतें क्या हैं और फिर जवाबों से पूरे ज्ञान को विकसित करें। यह सोचें कि ‘हम यह कैसे कर सकते हैं?’ उदाहरण के लिए, हम डीटी में कर्मचारियों को कैसे प्रेरित कर सकते हैं? हम मूल्यांकन रेटिंग और संघर्षण के बीच के संबंध में चिंता को कैसे संबोधित कर सकते हैं? हम इसकी गुणवत्ता और अनिवार्य पूर्व-अपेक्षित संसाधनों के साथ समझौता किए बिना ज्ञान हस्तांतरण कार्यक्रम की लागत को कम कैसे कर सकते हैं? और इसी तरह के कई अन्य प्रश्न।

लेकिन हम ऐसे प्रश्न कैसे उत्पन्न करते हैं। संक्षेप में, हम इसे कैसे उत्पन्न करें कि, हम कैसे सवाल कर सकते हैं? निम्नलिखित दिशानिर्देश, डिजाइन थिंकर को ऐसे प्रश्नों को जुटाने में मदद करेंगे।

  • अच्छाई को बढ़ाना (Amplify the good) − एक डिजाइन थिंकर को यह सोचना चाहिए कि ग्राहकों की जरूरतों के सकारात्मक पहलुओं को कैसे बढ़ाया जाए। उदाहरण के लिए कैसे हम उन कर्मचारियों के मनोबल को बढ़ायें जो कंपनी छोड़ नहीं रहे हैं या कैसे डीटी में ज्ञान हस्तांतरण कार्यक्रम की गुणवत्ता को बढ़ाएं।

  • बुरे को निकाल देना (Eliminate the bad) − डिजाइन थिंकर्स को समस्या में देखे जाने वाले सभी बुरे तत्वों को हटाने की जरुरत होती है। डीटी समस्या के मामले में हमें ज्ञान हस्तांतरण की उच्च लागत और कंपनी में प्रेरणा की कमी की समस्या को दूर करना होगा। हमें मूल्यांकित रेटिंग के कर्मचारियों पर होने वाले नकारात्मक प्रभाव को भी निकालना होगा।

  • विपरीत का अन्वेषण करें (Explore the opposite) − डिजाइन थिंकर्स को यह मंथन करने की जरूरत है कि समस्या को एक अवसर में कैसे बदलें। डीटी के मामले में हम सोच सकते हैं कि प्रेरणा की कमी, कार्यस्थल में अधिक प्रेरणा और ऊर्जा लाने के लिए कर्मचारी विचार और तरीके बताने का एक अवसर बन सकता है।

  • धारणाओं पर सवाल (Question the Assumptions) − इस चरण में धारणा पर सवाल उठाना शामिल है। यह माना जाता है कि डीटी को अपने नए कर्मचारियों के लिए ज्ञान हस्तांतरण की आवश्यकता है। क्या ज्ञान हस्तांतरण प्रक्रिया सचमुच अत्यावश्यक है?

  • अनपेक्षित संसाधनों की पहचान करें − डिजाइन थिंकरों को यह पता लगाने की कोशिश करनी चाहिए कि क्या उन संसाधनों का भी फायदा उठाया जा सकता है जिनको ग्राहक द्वारा उल्लखित नहीं किया गया है? डीटी के मामले में सोचें कि हम कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने के लिए या संगठन में कर्मचारियों को प्रेरित करने के लिए कुछ अन्य संसाधनों का उपयोग कैसे कर सकते हैं।

  • एक एनालॉजी बनायें − एनालॉजी डिज़ाइन थिंकिंग को तैयार करने में कई अन्य चीजों के बीच की समस्याएं और असंबद्ध छवियों के बीच संबंध बनाने के तरीके शामिल होते हैं। डीटी ऐसे मामलों या परिस्थितियों के बारे में सोच सकता है जहां लोगों के ज्ञान हस्तांतरण और प्रेरणा की समस्या को दांव पर लगा देता है। डीटी सोच सकते हैं कि वहां समस्याओं का हल कैसे किया गया था।

  • समस्या को टुकड़ों में तोड़ें − यह वह जगह है जहां समस्या को संश्लेषित होने से पहले विश्लेषण फिर से थोड़ी देर के लिए सामने आता है। काम को आसान बनाने के लिए सहानुभूति जाहिर करने के अनुभाग से चर्चा किए गए मुद्दों को प्राथमिक टुकड़ों में तोड़ा जा सकता है।

प्रत्येक पहलू पर कार्य करना-हम निम्नलिखित समस्या के ब्यौरे पर गौर करते हैं, "डीटी अपने मौजूदा कर्मचारियों को कम लागत पर प्रभावी ढंग से अपने नए मानव संसाधनों को प्रशिक्षण देने के साथ कैसे प्रेरित करें?"

आप अपनी खुद की समस्या का ब्यौरा तैयार कर सकते हैं, जो ऊपर दिए गए बिंदुओं से भी बेहतर हो सकता है।

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